दादा तेरी तस्वीर सिरहाने रखकर सोते हैं यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है जैन भजन लिरिक्स | Dada Teri Tasveer Sirhane Rakhkar Sote Hai Bhajan Lyrics

दादा तेरी तस्वीर सिरहाने रखकर सोते हैं यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है जैन भजन लिरिक्स
 Dada Teri Tasveer Sirhane Rakhkar Sote Hai Bhajan Lyrics

दादा तेरी तस्वीर सिरहाने रखकर सोते हैं
यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है
कभी तो तस्वीर से निकलोगे
कभी तो भेरू दादा पिघलोगे

हर आहट पर लगता मेरे दादा घर आये हैं
हर बार मेरा दिल टुटा मेरी अँखियाँ भर आई हैं
नींद न आये करवट बदल बदल कर सोते हैं
यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है

जाने कब आ जाये हम आँगन रोज गुहारें
दादा इस छोटे से घर का कोना कोना संवारे
जिस दिन दादा नहीं आते जी भरकर रोते हैं
यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है

यही सोचके घबराये क्या हम इसके हक़दार है
जितना मुझको प्यार है क्या तुमको भी प्यार हैं
यही सोचकर आँखे मसल मसल कर रोते हैं
यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है

दादा तेरी तस्वीर सिरहाने रखकर सोते हैं
यही सोचकर अपने दोनों नैन भीगोते है

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