कशी नाथ हे विश्वेश्वर करूँ मैं दर्शन आकर भजन लीरिक्स | Kashi Nath Hey Vishwaveshwar karu Main Darshan Aakar Lyrics | |Anoop Jalota |
कशी नाथ हे विश्वेश्वर करूँ मैं दर्शन आकर भजन लीरिक्स
| Kashi Nath Hey Vishwaveshwar karu Main Darshan Aakar Lyrics |
|Anoop Jalota |
कशी नाथ हे विश्वेश्वर करूँ मैं दर्शन आकर
कशी नाथ हे विश्वेश्वर करूँ मैं दर्शन आकर
मन के सिंघासन पर आ बैठो,मैं हूँ तुम्हारा चाकर
मन के सिंघासन पर आ बैठो,मैं हूँ तुम्हारा चाकर ॥
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर
टिका रखी त्रिशूल पर कशी,यह तीरथ धाम तुम्हारा
नंगे पाँव गंगा जल लेकर आता कंवरिया प्यारा
मुक्ति धाम कहते काशी को,आया तुम्हारे दर पर
मन के सिंघासन पर आ बैठो,मैं हूँ तुम्हारा चाकर
मन के सिंघासन पर आ बैठो,मैं हूँ तुम्हारा चाकर ॥
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर
जो भी तुमने दिया मुझे है, मैं वोही सौंपने आया
वारुणी ऐसी के संगम पर,मैं तुझे ढूंढने आया
देदो दर्शन विश्वेश्वर मेरे सारे पाप भुला कर
मन के सिंघासन पर बैठो,मैं हूँ तुम्हारा चाकर
मन के सिंघासन पर बैठो,मैं हूँ तुम्हारा चाकर ॥
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर
कशी नाथ हे विश्वेश्वर कशी नाथ हे विश्वेश्वर