तेरे दर पे आने को आने को जी चाहता है माँ भजन लिरिक्स | TERE DAR PE AANE KO BHAJAN LYRICS |

तेरे दर पे आने को आने को जी चाहता है माँ भजन लिरिक्स |
| TERE DAR PE AANE KO BHAJAN LYRICS |
तेरे दर पे आने को आने को,
जी चाहता है माँ,
अपना बनाने को जी चाहता है।

तेरे दर से खाली ना जाए सवाली,
ना जाए सवाली,
तो झोली फ़ैलाने को जी चाहता है माँ,
तेरे दर पे आने को आने को,
जी चाहता है माँ,
अपना बनाने को जी चाहता है।

तेरे नाम का सिमरन करती है दुनिया,
यहीं सर झुकाने को जी चाहता है,
तेरे दर पे आने को आने को,
जी चाहता है माँ,
अपना बनाने को जी चाहता है।

दुनिया के दुःख गम मिटाती है मैया,
गमे दुःख सुनाने को जी चाहता है,
तेरे दर पे आने को आने को,
जी चाहता है माँ,
अपना बनाने को जी चाहता है।

तेरे नाम से जो बहती है गंगा,
मेरा डूब जाने को जी चाहता है,
तेरे दर पे आने को जी चाहता है माँ,
अपना बनाने को जी चाहता है माँ,
तेरे दर पे आने को आने को,
जी चाहता है माँ,

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