जय आर्यावर्त गीत By राजीव दीक्षित | Jai Aryavart Geet Lyrics by Rajeev Dixit |

जय आर्यावर्त गीत By राजीव दीक्षित
 | Jai Aryavart Geet Lyrics by Rajeev Dixit |

जय आर्य जय आर्य जय आर्य जय आर्य
जय आर्यावर्त जय आर्यावर्त
जय आर्यावर्त जय आर्यावर्त

इस देश के युवा जाग उठो
नव राष्ट्र का निर्माण करो
राम कृष्ण हनुमान के सिद्धांत हे अनिवार्य
जय आर्य जय आर्य जय आर्य जय आर्य

संध्या और उपासना यज्ज्ञादी हम करते रहे
छल कपट और पापनिच बुरे कर्मो से डरते रहे
विष्णु गुप्त चाणक्य से हमे चाहिए फिर आचार्य
जय आर्य जय आर्य जय आर्य जय आर्य

ऋषीयों के उपदेशों को हम भुलते है जा रहे
देशद्रोही देश को सब लुट कर है खा रहे
आझाद भगत और बिस्मील का अभी बडा अधुरा कार्य
जय आर्य जय आर्य जय आर्य जय आर्य

ऋषी दयानंद के सपनो को पुरा करके दिखाएंगे
हम सब मिलकर राष्ट्र को पुन्हा आर्यावर्त बनाएंगे
बन जाओ सब श्रेष्ट तुम अब रहे ना कोई अनार्य
जय आर्य जय आर्य जय आर्य जय आर्य


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