Bikte Sada Ho Sanware Bhakto ke Pyaar Mein बिकते सदा हो सांवरे भगतों के प्यार में Shri Shyam Bhajan Lyrics |
Bikte Sada Ho Sanware Bhakto ke Pyaar Mein बिकते सदा हो सांवरे भगतों के प्यार में Shri Shyam Bhajan Lyrics |
जो पल पल उनके गाये वो स्वास पैदा कर ।
नहीं दिखेगा तुझे वो इन दुनयावी आँखों से,
दर्शन जो करना चाहो तो दिल में आँख पैदा कर ॥
बिकते सदा हो सांवरे भगतों के प्यार में,
बिकते सदा हो सांवरे भगतों के प्यार में,
खाते हो सूखी रोटीआं दीनो के द्वार पे
खाते हो सूखी रोटीआं दीनो के द्वार पे ।
जीता तुझे सुदामा ने तंदुल की आड़ में,
जीता तुझे सुदामा ने तंदुल की आड़ में,
बदले में तूने दे दिया, छप्पर ही फाड़ के
बदले में तूने दे दिया, छप्पर ही फाड़ के ।
बैठी थी शबरी राम जी, तेरे इंतज़ार में,
बैठी थी शबरी राम जी, तेरे इंतज़ार में,
जूठे ही बेर खा लिए भीलनी के प्यार में
जूठे ही बेर खा लिए भीलनी के प्यार में ।
रूठी जो बेटी जाट की तुझको पुकार के,
रूठी जो बेटी जाट की तुझको पुकार के,
खीचड़ तू उसका खा गया परदे की आड़ में
खीचड़ तू उसका खा गया परदे की आड़ में ।
अमृत भरा था हर्ष क्या प्रेमी के साग में,
अमृत भरा था हर्ष क्या प्रेमी के साग में,
खाने गया विदुर के घर मेवों को त्याग के
खाने गया विदुर के घर मेवों को त्याग के ।