सीता राम जी की प्यारे राजधानी लागे राम भजन हिंदी लिरिक्स | Sita Ram Ji Ki Pyari Rajdhani Lage Ram Hindi Bhajan Lyrics |
सीता राम जी की प्यारे राजधानी लागे राम भजन हिंदी लिरिक्स
| Sita Ram Ji Ki Pyari Rajdhani Lage Ram Hindi Bhajan Lyrics |
राजधानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरजू जी को पानी लागे,
सीता राम जी प्यारी राजधानी लागे,
राजधानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरजू जी को पानी लागे……..
धन्य कौशल्या धन्य कैकई धन्य सुमित्रा मैया,
धन्य सुमित्रा मैया,
धन्य भूप दशरथ के अँगना, खेले चारो भैया,
मीठी तोतली रसीली प्रभु की बानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरजू जी को पानी लागे,
सीता राम जी प्यारी राजधानी लागे,
राजधानी लागे,
मोहे मिठो मिठो,सरजू जी को पानी लागे……….
छोटी छावनी रंगमहल हनुमानगढ़ी अति सुन्दर,
हनुमानगढ़ी अति सुन्दर,
स्वंय जगत के मालिक बैठे, कनक भवन के अंदर,
सीता राम जो की शोभा सुखकानी लागे,
सुखकानी लागे,
मोहे मिठो मिठो,सरजू जी को पानी लागे,
सीता राम जी प्यारी राजधानी लागे,
राजधानी लागे,
मोहे मिठो मिठो,सरजू जी को पानी लागे…………
सहज सुहावन जनम भूमि श्री रघुवर राम लला की,
श्री रघुवर राम लला की,
जानकी महल सुच सूंदर सोभा लक्ष्मण ज्यूत के किला की,
यहां की कण कण सी प्रीत पुरानी लागे,
पुरानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरजू जी को पानी लागे,
सीता राम जी प्यारी राजधानी लागे,
राजधानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरजू जी को पानी लागे……….
जय सियाराम दंडवत भैया, मधुरी बानी बोले,
मधुरी बानी बोले,
करे कीर्तन संत मगन मन, गली गली मे डोले,
सीता राम नाम धुन, प्यारी मस्तानी लागे,
मस्तानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरयू जी रो पानी लागे,
सीता राम जी प्यारीं, राजधानी लागे,
राजधानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरयू जी रो पानी लागे……….
रघुपत प्रेम प्राप्त करके सब, पी कर श्री हरी रस को
पी कर श्री हरी रस को,
गण ‘राजेश’ रहे नित निर्भय, फिकर कहो क्या उसको,
जिसको मात पिता रघुराज,सिया महारानी लागे,
महारानी लागे,
मोहे मिठो मिठो, सरयू जी रो पानी लागे,
सीता राम जी…….