आओ भोग लगाओ मेरे मोहन लिरिक्स

आओ भोग लगाओ मेरे मोहन,
दुर्योदन की मेवा तयादी,
साद विधुर घर खाओ मेरे मोहन,
आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।।

सबरी के बेर सुदामा के कुण्डल,
प्रेम से भोग लगाओ मेरे मोहन,
आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।।

वृदावन की कुञ्ज गली मे,
आओं रास रचाओ मेरे मोहन,
आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।।

राधा और मीरा भी बोले,
मन मंदिर में आओ मेरे मोहन,
आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।।

गिरी शुवारा किशमिश मेवा,
माखन मिश्री खाओ मेरे मोहन,
आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।।

सत युग त्रेता दवापर कलयुग,
हर युग दरस दिखाओ मेरे मोहन,
आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।।

आओ भोग लगाओ मेरे मोहन,दुर्योदन की मेवा तयादी,साद विधुर घर खाओ मेरे मोहन,आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।। सबरी के बेर सुदामा के कुण्डल,प्रेम से भोग लगाओ मेरे मोहन,आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।। वृदावन की कुञ्ज गली मे,आओं रास रचाओ मेरे मोहन,आओ भोग लगाओ मेरे मोहन ।। राधा और मीरा भी बोले,मन मंदिर में […]


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