ना तो धन सम्पत्ति की कामना भजन लिरिक्स | NA TO DHAN SAMPATI KI KAMANA BHAJAN LYRICS |

ना तो धन सम्पत्ति की कामना भजन लिरिक्स
 | NA TO DHAN SAMPATI KI KAMANA BHAJAN LYRICS |

ना तो धन सम्पत्ति की कामना,
ना तो यश वैभव की चाहना,
तू कुण्डलपुर का बादशाह,
हमें तेरे दर की तलाश है।
तू कुण्डलपुर का बादशहा,
हमें तेरे दर की तलाश है।

हो मुझे आकर अपना दर्श दे,
मरे उम्र भर की ये आस है,
तू चांदनपुर की चांदनी,
तरा सारे जग में प्रकाश है,

तू तीन लोक का देवता,
तेरा भूमण्डल निवास है,
तू चांदनपुर की चांदनी,
तरा सारे जग में प्रकाश है।

मैं करता तुझको बंदगी,
मेरी अरज सुनकर दरश दे,
मेरे उम्र भर की अरदास है।

तेरा दर है मेरी जिंदगी,
तेरे दर को कैसे मैं छोड़ दूँ,
मेरे दिल में तेरा ही वास है।
ना तो धन सम्पत्ति की कामना,
ना तो यश वैभव की चाहना,
तू कुण्डलपुर का बादशाह,
हमें तेरे दर की तलाश है।
तू कुण्डलपुर का बादशहा,
हमें तेरे दर की तलाश है।

Mahaveer Jayanti Bhajan | Jain Bhajan Lyrics | Nakoda Bhairav Bhajan Lyrics | Mahaveer Jayanti Bhajan | Jain Bhajan | Bhajan Lyrics | Mahaveer Jayanti

Youtube Video



और भी ऐसे ही मधुर भजनों की लिरिक्स के लिए हमारी वेबसाइट को विजिट करते रहे|
इस भजन को आप अपने मित्रगणों के साथ शेयर करिए|
यदि आप भी हमें कोई भजन या अन्य उपयोगी सामग्री भेजना चाहे नीचे दिए गए बटन का प्रयोग करे|
|| आप को मारवाड़ी भजन डॉट कॉम की और से सादर जय सियाराम ||

Blogger द्वारा संचालित.