तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली भजन लीरिक्स | Teri Moorti Jab Se Man Mein Basa Li Bhajan Lyrics | | Anuradha Paudwal |
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली भजन लीरिक्स
| Teri Moorti Jab Se Man Mein Basa Li Bhajan Lyrics |
| Anuradha Paudwal |
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली
तेरी मूर्ति जब से मन में बसा ली
तेरी मूर्ति जब से मन में बसा ली
तेरी मूर्ति जब से मन में बसा ली
है घर में हमारे माँ हर दिन दिवाली
तेरी मूर्ति जब से मन में बसा ली
मिला तेरी भक्ति का दाती ये फल
भक्ति का ये फल
भक्ति का ये फल
जहा झोपड़ी थी वहां अब महल है
वहां अब महल है
मिला तेरी भक्ति का दाती ये फल
जहाँ झोपड़ी थी वहां अब महल है
वहां अब महल है
ज़माने की हर एक
ज़माने की हर एक ख़ुशी हमने पा ली
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली
बजे मेरे परिवार में सुख की बंसी
तिजोरी में दुनिया की हर एक करेंसी
उड़न छू हो गयी है कंगाली
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली
तेरा हाथ है हर घडी मेरे सर पे
ना झुकने दिया सर न किसी और दर पे
तेरा हाथ है हर घडी मेरे सर पे
ना झुकने दिया सर न किसी और दर पे
बनी जब से मैं तेरे
बनी जब से मैं तेरी दर की सवाली
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली
कभी बनके लक्ष्मी कभी बनके ज्वाला
करे मेरे जीवन में पल पल उजाला
जगाये ये मुक्कदर ये ज्योति निराली
तेरी मूर्ति जब से मन में बसा ली
तेरी मूर्ति जब से मन में बसा ली
है घर में हमारे माँ हर दम दिवाली
तेरी मूर्ति जब से मन में बसा ली
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली
तेरी मूर्ती जब से मन में बसा ली
जय माता दी