मन के मंदिर में प्रभु को बसाना राम भजन हिंदी लिरिक्स | Man Ke Mandir Me Prabhu Ko Basana Ram Hindi Bhajan Lyrics |

मन के मंदिर में प्रभु को बसाना राम भजन हिंदी लिरिक्स
 | Man Ke Mandir Me Prabhu Ko Basana Ram Hindi Bhajan Lyrics |

मन के मंदिर में प्रभु को बसाना,
बात हर एक के बस की नहीं है,
खेलना पड़ता है जिंदगी से,
आशिकी इतनी सस्ती नहीं है………

प्रेम मीरा ने मोहन से डाला,
उसको पीना पड़ा विष का प्याला,
जब तलक ममता, जब तलक ममता,
जब तलक ममता है ज़िन्दगी से,
उसकी रहमत बरसती नहीं है,
मन के मंदिर में प्रभु को बैठाना,
बात हर एक के बस की नहीं है……..

संत कहते हैं नागिन है माया,
इसने सारा जगत काट खाया,
श्याम का नाम, श्याम का नाम,
श्याम का नाम है जिसके मन में,
उसको नागिन ये डसती नहीं है,
मन के मंदिर में प्रभु को बैठाना,
बात हर एक के बस की नहीं है…..

तन पे संकट पड़े मन ये डोले,
लिपटे खम्बे से प्रह्लाद बोले,
पतितपावन, पतितपावन,
पतितपावन प्रभु के बराबर,
कोई दुनियाँ में हस्ती नहीं है,
मन के मंदिर में प्रभु को बैठाना,
बात हर एक के बस की नहीं है……

मन के मंदिर में प्रभु को बसाना,
बात हर एक के बस की नहीं है,
खेलना पड़ता है जिंदगी से,
आशिकी इतनी सस्ती नहीं है…..


Ram Bhajan, Ram Navmi Special Bhajan, Lord Rama,Ram Janki Bhajan,Sitaram Bhajan,Ramji,राम भजन,राम नवमी स्पेशल भजन, भगवान राम,राम जानकी भजन,सीताराम भजन,रामजी 

Youtube Video



और भी ऐसे ही मधुर भजनों की लिरिक्स के लिए हमारी वेबसाइट को विजिट करते रहे|
इस भजन को आप अपने मित्रगणों के साथ शेयर करिए|
यदि आप भी हमें कोई भजन या अन्य उपयोगी सामग्री भेजना चाहे नीचे दिए गए बटन का प्रयोग करे|
|| आप को मारवाड़ी भजन डॉट कॉम की और से सादर जय सियाराम ||

Blogger द्वारा संचालित.