कुछ अपनी सुना बाबा, मेरी हरदम सुनाता हु लिरिक्स
कुछ अपनी सुना बाबा, मेरी हरदम सुनाता हु,
केसा है मेरा बाबा, थोड़ा तुमको बतलाता हु ।।
आओ जरा बैठो मेरे बाबा, अपना हाल सुनाओ,
अर्ज़ी ना लाया मिलने हु आया, कुछ तो तुम बतलाओ,
मन हल्का करलो आज, नहीं तुमको सताता हु,
केसा है मेरा बाबा, थोड़ा तुमको बतलाता हु,
कुछ अपनी सुना बाबा, मेरी हरदम सुनाता हु ।।
समय मिले ना तुमको प्रभु अब, किस्मे इतने उलझे,
दर्द मिटाना, काम बनाना, चलते रहे नहीं सुलझे,
तबियत का रखो तुम ध्यान, मेरी चिंता को जताता हु,
केसा है मेरा बाबा, थोड़ा तुमको बतलाता हु,
कुछ अपनी सुना बाबा, मेरी हरदम सुनाता हु ।।
बोल पड़ा है खाटूवाला, नैना उनकी गीली,
हाल मेरा पंछी तू जो पूछा, स्वस्थ हुई सब सगली,
आते रहना दरबार, तुम्हे जब भी बुलाता हु,
केसा है मेरा बाबा, थोड़ा तुमको बतलाता हु,
कुछ अपनी सुना बाबा, मेरी हरदम सुनाता हु ।।
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